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मार्च, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कोरोना तो शुरुआत आगे भी खामियाजा भुगतेगी दुनियां चीन की दुनिया को धमकी ।

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अमेरिका की ओर से दबाव बढ़ाए जाने के बाद चीन ने पूरी दुनिया को नुकसान झेलने की धमकी दी है. चीनी सरकार के नियंत्रण वाले अखबार ग्लोबल टाइम्स ने मंगलवार को छपे संपादकीय लेख में कहा है कि अमेरिका तमाम बड़े देशों को चीन के खिलाफ उकसा रहा है और अपने पक्ष में कर रहा है. इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा । चीन के प्रमुख अखबार में लिखी धमकी चीन के प्रमुख अंग्रेजी अखबार ने कहा है कि अमेरिका अपना प्रभाव बढ़ा रहा है और दुनिया इसका खामियाजा भुगतेगी. अमेरिका उन तमाम देशों को अपना समर्थन दे रहा है जिनसे चीन का क्षेत्रीय विवाद रहा है. अमेरिका पश्चिमी देशों के साथ-साथ एशियाई देशों को भी चीन के विरोध करने के लिए उकसा रहा है । चीनी अखबार ने कहा है कि चीन का बाजार अमेरिका के बराबर ही है. करीब 100 देशों के साथ चीन के व्यापारिक संबंध हैं, लेकिन अमेरिका ऐसे संबंधों को खराब करने की कोशिश कर रहा है. लंबे वक्त तक दुनिया को इसकी कीमत चुकानी होगी । क्या छपा है ग्लोबल टाइम्स में ? ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है - 'दुनिया को लंबे वक्त तक नुकसान झेलना होगा. फिलहाल जो कोविड-19 महामारी चल रही है वह सिर्फ पहली लहर ...

कोरोना से जंग में अब आगे आयी गूगल ! टाटा, अंबानी सबको छोड़ पीछे ये किया ऐलान?

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कोरोना से जंग में अब गूगल भी साथ देने आ गई है लिए ये बड़े ऐलान  सुंदर पिचाई ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है, उन्होने अपने ब्लॉग पोस्ट मे लिखा है, दुनिया भर में छोटे एवं मध्यम कारोबार को गूगल एड क्रेडिट के रुप में 34 करोड़ डॉलर मिलेंगे। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में उथल-पुथल मचा दी है, इससे निपटने के लिये हर दिन सरकारें और संगठन मुमकिन कदम उठा रहे हैं, कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिये गूगल और उसकी मूल कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने छोटे एवं मध्यम उद्यमों, स्वास्थ्य संगठनों एवं सरकारों तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का समर्थन करने के लिये 80 करोड़ डॉलर (करीब 5900 करोड़ रुपये) मदद देने की बात कही है। 

जब महिला जीती कोरोना से जंग तो ऐसे हुआ उसका स्वागत ? Positive news Rajnititak

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महिला जीती जंग तो शंख और तालियां बजाकर हुआ उसका स्वागत   महिला का इलाज अहमदाबाद के एसजीबी अस्पताल में चल रहा था. यह महिला फिनलैंड गई थीं. जब वहां से वापस अहमदाबाद पहुंचीं तो कोरोना पॉजिटिव पाई गईं. पूरे गुजरात में कोरोना का यह पहला मामला था. देश में बढ़ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के बीच कुछ राहत देने वाली खबरें भी सामने आ रही हैं. एक ओर संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है तो वहीं कुछ मरीज ऐसे हैं जो अस्पताल से ठीक होकर घर पहुंच रहे है. गुजरात के अहमदाबाद में सोमवार को एक मरीज, कोरोना को मात देकर जब घर पहुंची तो बिल्डिंग के लोगों ने तालियां और शंख बजाकर उनका स्वागत किया. गुजरात में पहला मरीज हुआ ठीक । इस महिला का इलाज अहमदाबाद के एसजीबी अस्पताल में चल रहा था. यह महिला फिनलैंड गई थीं. जब वहां से वापस अहमदाबाद पहुंची तो कोरोना पॉजिटिव पाई गईं. पूरे गुजरात में कोरोना का यह पहला मामला था अस्पताल से निकलने के बाद महिला ने मीडिया से भी बात की. उन्होंने बताया कि पिछले 10 दिनों से वो आइसोलेशन में थीं, अब घर में रहने का मतलब समझ में आ रहा है. ...

संघ के हिंदुत्व पर सवाल उठा कर दलित विचारक ने क्यों छोड़ा RSS का साथ?

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संघ के हिंदुत्व को ब्राह्मणवाद से जोड़कर दलित विचारक ने क्यों छोड़ा RSS का साथ ? दलित विचारक भंवर मेघवंशी (Bhanwar Meghwanshi) की आत्मकथा 'मैं एक कार सेवक था' का अंग्रेजी अनुवाद 'आई कुड नॉट बी हिंदू' चर्चा में है. इसमें उन्होंने संघ को लेकर कई हैरान करने वाली बातें बताई हैं. दलित विचारक और लंबे वक्त तक  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  (RSS) से जुड़े रहे भंवर मेघवंशी  (Bhanwar Meghwanshi) की आत्मकथा 'मैं एक कार सेवक था' का अंग्रेजी अनुवाद हाल ही में रिलीज हुआ है. 'आई कुड नॉट बी हिंदू' किताब में  मेघवंशी  ने संघ से जुड़ी कई हैरान करने वाली बातें शेयर की हैं. मेघवंशी ने इस किताब में ये भी बताया है कि आखिर किस वजह से उन्होंने आरएसएस छोड़ दिया. किन वजहों से छोड़ी RSS ? नवभारत टाइम्स को दिए गए एक इंटरव्यू में भंवर मेघवंशी बताते हैं कि संघ के हिंदुत्व का मतलब सिर्फ ब्राह्मणवाद है. ये दलितों के लिए नहीं है. संघ में जाति को लेकर भेदभाव किया जाता है. इसकी शिकायत उन्होंने संघ के बड़े लोगों से भी की थी, लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया. इससे ही...

गिरती अर्थव्यवस्था को देख वित्त मंत्री ने की आत्महत्या । Coronavirus Rajnititaknews

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गिरती अर्थव्यवस्था को देखकर परेशान जर्मनी के वित्त मंत्री ने की आत्महत्या  कोरॉना वायरस का कहर दुनिया पे बढ़ता ही जा रहा है इसी के चलते दुनियाभर में आर्थिक मंदी छाई हुई है देशों की अर्थव्यवस्था तर वितर हो चुकी है इसी के चलते जर्मनी के वित्त मंत्री  थॉमस स्केमर ने आत्महत्या कर ली है । कोरोना महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है। दुनिया के अधिकांश देशों में लॉकडाउन है ऐसे में अर्थव्यवस्था को लेकर सभी देश चिंतित हैं। इस बीच जर्मनी के हेसे राज्य के वित्त मंत्री थॉमस स्केमर ने देश की अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान से चिंतित होकर खुदकुशी कर ली। वह इस बात से बेहद चिंतित थे कि कोरोना से देश की अर्थव्यवस्था को जो नुकसान हो रहा है, उससे कैसे निपटा जाएगा। राज्य के प्रीमियर वोल्कर ने रविवार को उनकी मौत की सूचना दी।  कैसे की आत्महत्या ? स्केमर (54) को शनिवार को रेलवे ट्रैक के नजदीक मृत पाया गया था। माना जा रहा है कि उन्होंने खुदकुशी कर ली। प्रीमियर वोल्कर अपने कैबिनेट सहयोगी की मौत से बेहद दुखी हैं। उन्होंने कहा,'हम बेहद हैरान ह...

क्या काम आ रहा है लॉकडाउन ? मरीजों की संख्या में गिरावट -coronavirus Rajnititaknews

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क्या लॉकडाउन से कम हो रही है मरीजों की संख्या ? कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देख कर भारत सरकार ने 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा की थी लेकिन अब जानने वाली बात ये है कि क्या इस लॉक डाउन से मरीजों की संख्या में गिरावट आ रही है ?  कोरोनावायरस (Coronavirus) के कहर से बचने के लिए सरकार की तरफ से देशभर में लॉकडाउन (Lockdown in India) करने का असर दिख रहा है. नए मरीजों की संख्या बढ़ने की रफ्तार में कमी आई है. कोरोनावायरस अपडेट के लिए  बनाई गई covid19india.org वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, बढ़ोतरी के ट्रेंड में गिरावट दर्ज की गई है. वेबसाइट के मुताबिक, 21 मार्च को देश में कोरोनावायरस के 283 मामले दर्ज किए गए, जबकि ठीक अगले दिन यह संख्या बढ़कर 396 हो गई. इस तरह, एक ही दिन में मामलों में 39.92 प्रतिशत की तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई. लेकिन 27 मार्च और 28 मार्च के दौरान कोरोनावायरस के मरीज की संख्या बढ़ने की रफ्तार में भारी गिरावट आई है और यह सिर्फ 5.31 प्रतिशत रह गया है । जानकारी में कितनी सत्यता ? पोर्टल के मुताबिक, 22 मार्च को देश में कोरोनावायरस के मरीजों ...

इस बात के लिए हो रही है अक्षय कुमार की जमकर तारीफ ? Coronavirus Rajnititaknews

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आज ये काम करके अक्षय कुमार ने जीत लिया देश का दिल ? वैसे तो अक्षय कुमार हम सबके पसंदीदा अभिनेता है और वो समय समय पर ये बात साबित करते रहते हैं कि ये देश उन्हे क्यों इतना प्यार करता है । ऐसा ही कुछ आज अक्षय कुमार ने किया जिससे फिर उन्होंने देश का दिल लूट लिया है । देश दुनिया में कोरोना जैसी महामारी फैली हुई है जिसके चलते पूरी दुनिया के साथ हमारे देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है जिसके चलते हमारे देश पर संकट के बादल छा गए हैं देश में लोग भुखमरी व जरूरी सामान के लिए सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं इन्हीं उम्मीदों को पूरा करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया और देश से प्रधानमंत्री राहत कोष में पैसा देने की अपील की जिसके लिए पूरे देश से हाथ आगे आए लेकिन इन सब में सुपरस्टार अक्षय कुमार ने अहम भूमिका निभाई उन्होंने प्रधानमंत्री के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री राहत कोष में ₹25 करोड़ देने की घोषणा की जिसके चलते अक्षय कुमार सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो गए लोग अब उनकी सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ कर रहे हैं । क्यों है ...

इस संस्था ने मंगाए गेहूं चावल के बोरे महीने भर बाटेंगे राशन ! Coronavirus Rajnititaknews

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आपातकाल में लोगो को भुखमरी से बचाने के लिए संस्था का मास्टर प्लान? कोरोना वायरस के कारण इस देश में अघोषित आपातकाल जैसी स्थितियां पैदा हो गई है जिसके चलते गरीब जनता के सामने रोटी कमाने की समस्या खड़ी हो गई है लेकिन ग्रेटर नोएडा स्थित एक संस्था हमारा कर्तव्य फाउंडेशन ने गरीबों के साथ खड़े रहने का बेड़ा उठाया है ।  हमने पहले भी आपको इस संस्था द्वारा किए गए कामों के बारे में बता चुके हैं लेकिन अब इस संस्था ने देश के हालातों को देखते हुए इस आपातकाल में भुखमरी से लडने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है । क्या करेगी ये संस्था ? लोगो को भूख से बचने के लिए इस संस्था द्वारा एक मास्टर प्लान तैयार किया गया है ये संस्था इस संकट की घड़ी में देश का साथ देने के लिए आगे आयी है । इनके इस मास्टर प्लान को लेकर हमने इस संस्था के सचिव निशांत वत्स से बात की इस खास बातचीत में उन्होंने बताया कि हमारी संस्था एक महीने तक हर जरूरत मंद के घर तक राशन पहुंचाएगी साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाएगा की कोई भी नागरिक अगर बीमारी से पीड़ित हैं तो ये संस्था उसके परिवार का पूरा साथ देगी ।  य...

महामारी से लडने को सामने आए मदद के हाथ किसने दिया कितना दान ?

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कौन कर रहा है कितनी मदद कौन कर रहा है जन सेवा ? देश दुनिया में कोरोना का संकट बढ़ता जा रहा है और इससे सभी देशों की अर्थवयवस्था को खाशा नुकसान हुआ है लेकिन ऐसे में देश के कई उद्यगपतियों व आपके चाहते सितारों ने सरकार को मदद की पेशकश की है । आगे जाने किसने की कितनी मदद ? साउथ एक्टर ने की कितनी मदद ? हम आपको बता दें कि कोरोना मदद करने में पीड़ितों की मदद करने में साउथ एक्टर सबसे आगे निकल कर आए हैं और सभी ने सरकार का भरपूर साथ दिया है  किसने दिए कितने पैसे ? सुपरस्टार प्रभास ने 4 करोड़ की सहायता राशि देते हुए ये दिखा दिए कि लोग उन्हें इतना प्यार क्यों करते हैं । उन्होंने 50-50 लाख रुपए दोनों तेलगु राज्यो को व 3 करोड़ प्रधानमंत्री राहत कोष में दान दिए हैं ।  सुपरस्टार पवन कल्यान ने भी 2 करोड़ रुपए की सहायता राशि देके सरकार का साथ दिया है । उन्होंने 50-50 लाख रुपए आंध्र प्रदेश व तेलगाना सरकार का व 1 करोड़ प्रधानमंत्री राहत कोष में दान दिए हैं । सुपरस्टार महेश बाबू ने भी 1 करोड़ रुपए देके सरकार का इस लड़ाई में साथ दिया है उन्होंने ये पैसा मुख्यमंत्री राहत कोष में दि...

कोरोना के कारण आयेगी देश में भुखमरी की स्थिति ?

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क्या देश में होंगी भुखमरी से मौतें ? ये सवाल आज इसलिए उठ रहा है क्यों कि देश और दुनिया में जिस प्रकार के हालात है उसे देखते हुए कई संस्थाओं ने ये दावा किया है कि अगर इसी प्रकार lockdown की स्थिति बनी रही तो देश में भुखमरी से होने वाली मौतों के आंकड़े बड़ सकते हैं। हम आपको बता दें कि आज के हालातों को देखते हुए सरकार द्वारा कई तरह के इंतजाम व घोषणाएं की गई है लेकिन इस सब के बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इन सब पर सवाल खड़े कर रहे हैं । क्या है सरकार की घोषणाएं और कैसे होंगी लागू? जब से हमारे देश पर करोना का संकट बड़ा है सरकार लगातार इसे रोकने के प्रयास कर रही है । कोरोना के खतरे को देखते हुए सरकार ने पहले एक दिन के जनता कर्फ्यू की अपील की उसके बाद 21 दिन के सम्पूर्ण लॉक डाउन की घोषणा कर दी । लेकिन इस लोक डाउन के अन्तर्गत लोगो को अपनी जीविका चलाने में कोई परेशानी ना हो इसलिए कई प्रकार की योजनाएं लागू की जैसे 8 करोड़ महिलाओं को मुफ्त में LPG सिलेंडर व 80 करोड़ लोगों को 6 महीने का राशन देने जैसी बातें शामिल हैं ।  लेकिन अब सरकार की इन्हीं योजनाओं पर कुछ संस्थाओं ...

क्या खत्म होने वाला है कोरोना वायरस का कहर ? Coronavirus Rajnititaknews

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कोरोना वायरस को लेकर आई राहत की खबर? नोबेल पुरस्कार विजेता डॉक्टर माइकल लेविट ने किया दावा जिससे दुनिया में जागी उम्मीद की किरण ! कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से दुनिया भर में दहशत का महौल है. दुनिया की एक तिहाई से ज्यादा आबादी घरों में रहने को मजबूर है. इसके खात्मे को लेकर अभी तक कोई भी देश इलाज नहीं ढूंढ सका है. लेकिन इस बीच एक राहत की खबर सामने आई है. चीन (China) में महामारी को लेकर सटीक भविष्यवाणी करने वाले नोबेल विजेता ने दावा किया है कि कोरोना वायरस अब अंतिम चरण में है. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के बायोफिजिसिस्ट और नोबेल पुरस्कार विजेता माइकल लेविट (Michael Levitt) ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग ने दुनिया को एक बूस्टर शॉट दिया है. पूरी दुनिया सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रही है. जो इस महामारी से लड़ने के लिए जरूरी था. इसलिए कोरोना वायरस का कहर अब जल्द खत्म हो जाएगा. कौन है डॉ लेवीट ? पहले भी की थी भविष्यवाणी ! साल 2003 में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले माइकल लेविट ने इससे पहले चीन में महामारी के बारे में भविष्यवाणी की थी. माइकल ने कहा था कि चीन मे...

इंडिया में कोरोना से होंगी कितनी मौतें कितने लोग होंगे संक्रमित ?

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कितने लोग होंगे संक्रमित कितनी होंगी मौत ? वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने चेतावनी दी है कि भारत में मई महीने के मध्य तक कोरोना वायरस से संक्रमित पुष्ट मामलों की संख्या एक लाख से लेकर 13 लाख तक हो सकती है। शोधार्थियों की एक टीम द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट ‘सीओवी-आईएनडी-19’ में कहा गया है कि महामारी के शुरुआती चरण में अमेरिका और इटली के मुकाबले भारत पॉजीटिव मामलों को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफल रहा है। लेकिन, इस आकलन में एक जरूरी चीज छूट गई है और वह ये कि इस वायरस से सचमुच में प्रभावित मामलों की संख्या कितनी है। हालांकि इस रिपोर्ट में इससे होने वाली मौतों को लेकर कोई दावा नहीं किया गया है। कौन कौन है शामिल रिपोर्ट तैयार करने में ? वैज्ञानिकों की इस टीम में अमेरिका के जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय की देबश्री रॉय भी शामिल हैं। वैज्ञानिकों ने कहा कि यह बात जांच के दायरे, जांच के नतीजों की सटीकता और उन लोगों की जांच पर निर्भर करती है जिनमें इस वायरस से संक्रमण के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा है, अभी तक, भारत में जांच किए गए लोगों की संख्...

मदद को सामने आ रहे हैं हाथ ! हमारा कर्तव्य फाउंडेशन ने गरीबों को बांटे जरूरत के समान ।

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जरूरत मंदो की मदद को आगे आए हाथ ! देश और दुनिया में कोरोना एक ऐसी महामारी बन चुकी है जिससे अब पूरी दुनिया को निपटाना जरूरी हो गया है इसी को देखते हुए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द मोदी जी ने 21 दिन का लॉकडाउन रख कर देश को इस महामारी से लडने की अपील की है । लेकिन इन 21 दिनों तक सभी काम जैसे कारखाने और सभी अन्य काम बंद रहेंगे ऐसे में डेली कमाने वाले लोगो के सामने अपनी जीविका चलाने का संकट भी तेज हो गया है । लेकिन इस संकट से निपटने और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द जी का साथ देने के लिए कई सामाजिक संगठन खड़े हो गए हैं ऐसा ही एक संगठन है हमारा कर्तव्य फाउंडेशन युवाओं का ये संगठन हमेशा से देश हित के कामों के भागेदारी निभाता रहा है और आज भी ये देश के साथ खड़ा होकर इस महामारी को मार देने के लिए व गरीब जनता की मदद के लिए हाथ बड़ा रहा है । कैसे कर रहे हैं ये लोगो की मदद ? हम आपको बता दें कि हमारा कर्तव्य फाउंडेशन की पूरी टीम इस वक्त ग्रेटर नोएडा में जो लोग इस लॉकडॉउन से प्रभावित है उनके घर जा जा कर जरूरत के समान मुहैया करा रहे हैं। हम आपको बता दें कि ये एक स्वतंत्र रूप से कम करने वाली ...

क्या चीन मौत के आंकड़े छुपा रहा है ? क्या हुई है 1.5 करोड़ लोगों की मौत ?

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क्या आंकड़े छुपा रहा है चीन ? न्यूयॉर्क में रहने वाली हांगकांग की ब्लॉगर जेनिफर जेंग ने सनसनीखेज खुलासा किया है. उन्होंने मोबाइल यूजर्स के डाटा के आधार पर जो तथ्य सामने रखे हैं, वो डरा देने वाले हैं.  1.46 करोड़ लोगों की मौत की आशंका जेनिफर जेंग चीन की मोबाइल कंपनी चाइना मोबाइल द्वारा रिलीज आंकड़े के आधार पर बताया है कि जनवरी और फरवरी महीने में कंपनी के 8.116 मिलियन यानी 81 लाख मोबाइल यूजर्स गायब हो गए । चीन की ही एक दूसरी कंपनी चाइना यूनीकॉम के जनवरी के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी महीने में 1 मिलियन यानी 10 लाख मोबाइल यूजर गायब हो गए हैं.  चीन की एक और बड़ी मोबाइल सर्विस प्रदाता कंपनी चाइना टेलीकम्यूनिकेशन का आंकड़ों के मुताबिक फरवरी महीने में उसके 5.6 मिलियन यानी 56 लाख यूजर गायब हैं.  इन तीनों मोबाइल कंपनियों के आंकड़ों को मिला दिया जाए तो यह 1.46 करोड़ होता है. यानी चीन में लगभग डेढ़ करोड़ मोबाइल यूजर गायब हैं. आखिर ये लोग कहां हैं. क्या ये कोरोना वायरस के शिकार हो गए हैं? चीन दावा कर रहा है कि उसके यहां कोरोना वायरस के मात्र 327...

क्या है हंता वायरस ? कितना है आपको इससे खतरा ! पूरी पड़ताल ।

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क्या है हंता वायरस ? चीन में कोरोना वायरस के बाद लोगों के मन में हंता वायरस का खतरा भी बढ़ गया है। हंता वायरस क्या है, हंता वायरस के लक्षण क्या हैं और इससे बचने की जुड़ी जानकारी आपको यहां दी जा रही है। पूरी दुनिया कोरोना वायरस के कारण सहमी हुई है तो वही चीन में एक नए वायरस के संक्रमण ने वहां के लोगों के साथ-साथ पूरी दुनिया को इसके बारे में परेशान कर दिया है। शुरुआती जानकारी के अनुसार यह वायरस Covid-19 जितना खतरनाक नहीं है। चीन में कोरोना वायरस के कारण हजारों लोगों की मौत हो गई है, इसी बीच इस वायरस के बारे में भी लोग जानना चाह रहे हैं। इसके कारण चीन में एक इंसान की मौत भी हो चुकी है। हंता वायरस कितना खतरनाक है और उसके लक्षण क्या हैं, इसके बारे में नीचे आपको पूरी जानकारी दी जा रही है। कोरोना वायरस के कारण चीन पहले ही परेशान था लेकिन चीन के यूनान में हंता वायरस के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। विशेषज्ञों के अनुसार हंता वायरस चूहों और गिलहरियों के संपर्क में आने के कारण फैलता है। अभी तक के किए गए शोध के अनुसार यह वायरस हवा के जरिए नहीं फैलता और ना ही पर्सन टू पर्सन। लेकिन अगर ...

WHO ने क्या कहा भारत के बारे में ? कैसी है हमारी तैयारियां करोना को लेकर ?

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WHO ने क्या कहा भारत की तैयारियों को लेकर?  कोरोना वायरस पर भारत की ओर से किए जा रहे प्रयास को अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सराहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि पोलियो जैसी बीमारी को खत्म करने वाला भारत कोरोना को नियंत्रित करने के अपने प्रयासों को जारी रखे . क्या है भारत की तैयारियां ? भारत में कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकारी एजेंसियां तैयारी कर रही हैं. इसके लिए वायरस से संक्रमित मरीज के इलाज के लिए एक मानक तरीके पर काम चल रहा है. इस मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी. इस मानक के तहत कई तरह के एंटीरेट्रोवायरल्स (antiretrovirals) को मिलाकर इलाज का नुस्खा बनाया जा रहा है. एंटीरेट्रोवायरल्स का इस्तेमाल एचआईवी या एड्स के इलाज में होता है. इसी तरीके का इस्तेमाल चीन में किया जा रहा है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) को लोपिनाविर और रिटोनाविर के कम्बिनेश के इस्तेमाल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल की मंजूरी हासिल है. इन दोनों का इस्तेमाल एड्स के इलाज के लिए होता है. भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने पर ही इन दवाओं का इस्तेमाल किया जाएगा. अभी ...

दुनिया भर में करोना के मरीजों की मौत का आंकड़ा बड़ा ! अब तक हुई इतनी मौते !

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कितने लोग हुए करोना के शिकार कितनी हुई मौत ? आज सबसे बड़ा सवाल यही है कि दुनिया में कितने लोग इस वायरस की चपेट में आ गए हैं व कितने लोगों की मौत हो गई हैं । इस वायरस को वैश्विक महामारी घोषित किया जा चुका है और लगभग दुनिया के सभी देश इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं । Coronavirus से मारने वाले लोगो की संख्या में दिन  प्रतिदिन बढ़ोतरी होती जा रही है ।WHO द्वारा जारी एक रिपोर्टट में यह कहा गया हैै कि 294110 लोग इस महामारी की चपेट में है और 12944 लोग अब तक इस महामारी के चलतेे अपने प्राण त्याग चुके हैं ।  किस देश में हुई कितनी मौतें ? अगर मौतों की बातें करें तो इटली ने अब चीन को भी पीछे छोड़ दिया है अब तक इटली में 5476 मौतें हो चुकी है जिसके कल सबसे ज्यादा यानी 651 मौतें हुईं है । इसके बाद चीन है जहां सबसे ज्यादा मौतें हुई है । ये मौतों का आंकड़ा और बढ़ने का अनुमान है बताया जा रहा है कि इस वायरस के चलते दुनियाभर में लगभग 1.5 करोड़ मौतें होंगी । Italy PM कैसी है अमेरिका की तैयारी ? अयिए आपको बता दें कि दुनिया की महाशक्ति माना जाने वाला अमेरिका भी करोना वायरस...