Jamshedpur/Jharkhand: कल ही की खबर है की झारखंड के जमशेदपुर में 2 फल विक्रेताओं द्वारा अपनी फल की दुकानों में विश्व हिन्दू परिषद (VHP) का बैनर लगाकर, फल बेचने के मामले में पुलिस कार्यवाही हो गई थी। पुलिस ने धारा 107 के तहत नोटिस जारी कर दिया था। इसके अलावा बैनर हटवा दिया है। इस मामले को लेकर भाजपा अब झारखंड की हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार पर खुलकर चढाई कर रही है।
झारखंड के जमशेदपुर में 2 फल विक्रेताओं द्वारा अपनी फल की दुकानों में विश्व हिन्दू परिषद (VHP) का बैनर लगे होने से कुछ लोगो को दिक्कत हो गई थी। पिछले 2 दिन से यह मुद्दा सोशल मीडिया और मीडिया में छाया हुआ है। सोशल मीडिया पर भारतीय यूजर, जो समझदार है, वे दोनों दुकानदारों के समर्थन कर रहे हैं।
भाजपा नेता आ रहे हैं आगे !
इसी सिलसिले में, भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghubar Das) ने जमशेदपुर पहुंचकर उन फल विक्रेताओं से भेंट की। इस वक़्त पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा कि, हिंदू लिखना कहीं से गलत नहीं है। सभी दुकानदार अपने दुकानों पर हिंदू लिखें। ऐसा से उन्हें कोई नहीं रोक सकता है।
आपको बता दे की भाजपा अब पुलिस द्वारा फल विक्रेता की दुकान से बैनर हटवाए जाने को लेकर ज़बरदस्त एक्शन मोड में आ गई है। इसके अलावा इस मामले को लेकर भाजपा पार्टी ने राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की है। इससे पहले, बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने भी हेमंत सरकार को घेर था।
भाजपा नेता सीपी सिंह ने कहा कि, झारखण्ड प्रशासन की कार्रवाई से तुष्टीकरण की नीति का पर्दाफाश हुआ है। उन्होंने प्रशासन पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि, आखिर हिंदू के फल दुकान से उन्हें क्या दिक्कत है। अगर हिम्मत है, तो जो दूसरे लोग अपनी दुकान मे 786 या कुश कौमी शब्द लिखते है, उन्हें बंद करें।
रोकना कैसे गलत ?
सीपी सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि 107 के नोटिस के तहत प्रशासन एक खास हिंदू को दबाने का काम कर रही है। जबकि, दूसरे समुदाय के लोग लगातार उल्लंघन कर रहे हैं तो उस पर, कोई कार्रवाई नहीं होती है। ऐसी एकतरफ़ा कार्यवाही बिलकुल बर्दास्त नहीं की जाएगी।
इस मामले पर सीपी सिंह ने आगे कहा कि, सरकार पूरी तरीके से तुष्टीकरण की नीति अपना रही है और पुलिस द्वारा एकतरफा कार्रवाई की जा रही है। वैसे झारखण्ड को रघुवर दास से भला अच्छे से और कौन समझता है। अब तो रघुवर दास ने खुद आके बोल दिया है की दूकान पर हिन्दू लिखना कही से भी गलत नहीं है। अगर कार्यवाही करनी है तो सभी पर करें। एक तरफ से लोगो को दबाना और एक तरफ के लोगो को छूट देना सरासर गलत है।
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